उत्तर भारतीय राज्यों में, हनुमथ जयंती को हनुमान जयंती के रूप में जाना जाता है और चैत्र माह की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। हनुमान, जिन्हें वानर देवता भी कहा जाता है, का जन्म इसी दिन हुआ था। हनुमान जी के जन्मदिन को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है।
तमिल हनुमान जयंती के बारे में विस्तृत जानकारी आइए इस त्योहार के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करें:Tamil Hanuman Jayanti:
तमिल हनुमान जयंती तिथि: Tamil Hanuman Jayanti:
तमिलनाडु में हनुमान जयंती मार्गशीर्ष महीने (तमिल में ‘मार्गज़ी’) की अमावस्या के दिन मनाई जाती है, जो दिसंबर या जनवरी में आती है। साल 2024 में यह त्योहार 30 दिसंबर को मनाया जाएगा.
हनुमान जयंती मनाने का कारण: Tamil Hanuman Jayanti:
हनुमान जयंती को भगवान हनुमान की जयंती के रूप में मनाया जाता है। तमिल परंपरा के अनुसार हनुमान जी का जन्म मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन मूल नक्षत्र में हुआ था। इसलिए इस दिन को विशेष रूप से उनके जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।
हनुमान जयंती का इतिहास: Tamil Hanuman Jayanti:
तमिलनाडु में भगवान हनुमान की पूजा की प्राचीन परंपरा है। यह त्यौहार सदियों से मनाया जाता रहा है, जिसमें भक्त उनकी भक्ति, शक्ति और निस्वार्थ सेवा के प्रतीक के रूप में उनकी पूजा करते हैं। हालाँकि इस त्यौहार की उत्पत्ति की सही तारीख अज्ञात है, यह तमिल संस्कृति का एक अभिन्न अंग है।
हनुमान जयंती कहाँ मनाई जाती है: Tamil Hanuman Jayanti:
तमिल हनुमान जयंती मुख्य रूप से तमिलनाडु में मनाई जाती है, लेकिन यह त्यौहार उन सभी स्थानों पर भी मनाया जाता है जहां तमिल समुदाय के लोग रहते हैं। इसके अलावा दक्षिण भारत के अन्य राज्यों में भी यह त्यौहार विशेष उत्साह के साथ मनाया जाता है।
कैसे मनाई जाती है हनुमान जयंती: Tamil Hanuman Jayanti:
1.स्नान और शुद्धि: सुबह स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
2. मंदिर या पूजा स्थल की सफाई: पूजा स्थल को साफ करें और हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
3. धूप-दीप जलाना: पूजा की शुरुआत दीपक जलाकर करें।
4. मंत्र जाप : हनुमान चालीसा, सुंदरकांड या रामायण का पाठ करें।
5. प्रसाद चढ़ाएं: हनुमानजी को उनका पसंदीदा प्रसाद जैसे गुड़, चना, लड्डू, केला ।
6. आरती: हनुमान जी की आरती करें और भक्तों में प्रसाद बांटें।
हनुमानजी को अर्पित की जाने वाली वस्तुएं: Tamil Hanuman Jayanti:
सिन्दूर: हनुमान जी को सिन्दूर बहुत प्रिय है।
गुड़ और चना: यह इनका पसंदीदा प्रसाद माना जाता है.
लड्डू: खास तौर पर बूंदी के लड्डू. केला: केले को फल के रूप में चढ़ाया जाता है.
तुलसी के पत्ते: पूजा में तुलसी का विशेष महत्व है।
हनुमान जयंती का महत्व: Tamil Hanuman Jayanti:
यह त्योहार भक्तों के लिए आत्मशुद्धि, भक्ति और सेवा के महत्व को दर्शाता है। हनुमान जी की पूजा से भय, रोग और बाधाओं का नाश होता है और जीवन में शक्ति, साहस और समर्पण की भावना का विकास होता है।
सामूहिक पूजा और अनुष्ठान: Tamil Hanuman Jayanti:
तमिलनाडु के कई मंदिरों में इस अवसर पर सामूहिक पूजा और अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है। विशेष रूप से ‘हनुमान चालीसा’ और ‘सुंदरकांड’ का पाठ किया जाता है, जिससे माहौल भक्तिमय हो जाता है। भक्त हनुमानजी की मूर्ति पर फूल, सिन्दूर और चांदी चढ़ाते हैं।
व्रत और उपवास: Tamil Hanuman Jayanti:
कुछ भक्त इस दिन उपवास रखते हैं, जिसमें वे केवल फल खाते हैं या एक समय में एक बार भोजन करते हैं। व्रत के दौरान मन, वचन और कर्म से पवित्रता बनाए रखना जरूरी माना जाता है। पूजा और प्रसाद ग्रहण करने के बाद व्रत का समापन किया जाता है।
सारांश: Tamil Hanuman Jayanti:
तमिल हनुमान जयंती तमिलनाडु की एक महत्वपूर्ण धार्मिक परंपरा है, जो भगवान हनुमान की जयंती मनाती है। इस दिन, भक्त विशेष पूजा, उपवास और धार्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से भगवान हनुमान का आशीर्वाद लेते हैं और अपने जीवन में भक्ति, शक्ति और सेवा की भावना को मजबूत करते हैं।
हनुमान जयंती के अवसर पर, तमिलनाडु में भक्त विशेष उत्साह के साथ मंदिरों में इकट्ठा होते हैं और भगवान हनुमान की महिमा का गुणगान करते हुए भजन और कीर्तन करते हैं। इस दिन कई स्थानों पर विशेष धार्मिक जुलूस भी निकाले जाते हैं, जहां हनुमान जी की मूर्तियों को सजाए गए रथों पर रखा जाता है और भक्त उनके दर्शन करते हैं।.